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24 Jan 2023
बागेश्वर धाम के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को लेकर मचे घमासान पर चंपत राय का बयान
कानपुर।विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय उपाध्यक्ष और श्रीराम जन्मदभूमि तीर्थ क्षेत्र के महामंत्री चंपत राय रविवार को विश्व हिंदू परिषद कानपुर प्रांत कार्यालय में
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14 Jan 2023
मकर संक्रांति पर गंगा स्नान के लिए काशी के घाटों पर उमड़ा जन सैलाब
वाराणसी।मकर संक्रांति के पर्व पर आध्यात्मिक नगरी काशी में जन सैलाब उमड़ा हुआ है।काशी के सभी घाट सुबह से स्नान के लिए श्रद्धालुओं से पटे हुए दिखाई दे रहे हैं।श्रद्धालु भक्त
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22 Oct 2022
दिवाली पर क्यों है 14 दीपक जलाने का महत्व, जानें मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने का उपाय
अलीगढ़।दीपावली पर प्राचीन काल से घरों में दीपक जलाने की परम्परा चली आ रही है।हिंदू धर्म की मान्यता के अनुसार छोटी दीपावली पर 14 दीपक जलाने का एक अलग ही म
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30 Nov 2021
गंगा में विसर्जित अस्थियां आखिर जाती कहां हैं ??? बहुत ही ज्ञानवर्धक लेख जरूर पढ़े..!!!
--------हर हर गंगे!!!!
पतितपावनी गंगा को देव नदी कहा जाता है क्योंकि शास्त्रों के अनुसार गंगा स्वर्ग से धरती पर आई है। मान्यता है कि गंगा श्री हर
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21 Oct 2021
सद्गुरु: ‘काशी’ शब्द का अर्थ है - 'प्रकाशमान'। यानी जो प्रकाशित है, प्रकाश का स्रोत है, या कहें तो 'प्रकाश स्तंभ'! मार्क ट्वेन ने कहा था कि काशी इतिहास की दंतकथाओं से भी पुरानी है। इस नगर के अस्तित्व में आने के समय का कोई पता नहीं लगा सकता। जब एथें
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30 Apr 2020
सुखसागर ग्रंथ के अनुसार ब्रह्मा जी ने सर्वप्रथम "मोह", "महामोह", "तामिश्र", "अन्धतामिश्र" और "अज्ञान" नामक पाँच वृत्तियाँ रचीं। किन्तु इन पापमयी रचनाओं को देखकर उन्हें स्वयं बड़ा पश्चाताप हुआ। तब उन्होंने भगवान का तप करके एक दूसरी सृष्टि की रचना की ज
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05 Mar 2018
यूं तो हर मुहल्ले और शहर में मंदिर मिल जाएंगे। लेकिन कुछ मंदिर ऐसे हैं जो किसी खास बात को लेकर बहुत प्रसिद्ध हो जाते हैं। ऐसे ही कुछ मंदिर हैं जो प्रेमियों का मिलन करवाने के लिए बहुत प्रसिद्ध हो चुके हैं। इन मंदिरों के विषय में माना जाता है कि यहां
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03 Mar 2018
सत्यकाम ब्रह्म के सत्य के बारे में जानना चाहते थे। इसलिए मां जाबाल की आज्ञा लेकर वे गौतम ऋषि के आश्रम चले गए। ऋषि ने आश्रम की चार सौ दुर्बल गायों को सत्यकाम को सौंपते हुए कहा, ‘वत्स! इन गायों को लेकर पास के वन में चले जाओ। स्वस्थ होने के साथ-साथ जब
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20 Jan 2018
साधक शांत मुद्रा में आंख बंद करके बैठ जाए और ईश्वर के दिव्य प्रकाश का स्मरण करे तो उसको अनंत अंतरिक्ष में विशाल प्रकाश पुंज दिखाई पड़ेगा। दोनों हाथ ऊपर की ओर उठाकर मन को नियंत्रित करके उस दिव्य आलोक में प्रवेश करने का प्रयास करें। भागते हुए मन को उस
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16 Jan 2018
सत्कर्मों का रूप देते हैं, उन्हीं को चरित्रवान कहा जा सकता है। संयत इच्छाशक्ति से प्रेरित सदाचार का नाम ही चरित्र है। चरित्र मानव जीवन की स्थायी निधि है। जीवन में सफलता का आधार मनुष्य का चरित्र ही है। चरित्र मानव जीवन की स्थायी निधि है। सेवा, दया,
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02 Dec 2017
-अध्यात्म ओशो- जिन्होंने जीवन की आंतरिक प्रक्रिया को देखा है वे गहराई के साथ कहते हैं कि प्रत्येक बार श्वास लेने के साथ तुम जन्मते हो और प्रत्येक श्वास छोड़ने के साथ तुम मरते हो। प्रत्येक क्षण जन्म लेते हो... कुछ मिनटों के लिए मौन, अंधेरा और विश्रांत
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31 Oct 2017
-आनंदमूर्ति गुरुमां- जीवन थोड़ा है, इस बात का एहसास तो सिर्फ किसी साधक को ही हो सकता है, और किसी को नहीं। साधक जानता है कि देहभाव से ऊपर उठ कर आत्मभाव की मंजिल तक पहुंचने के लिए एक जन्म बहुत थोड़ा है। कोई जितना मर्जी पढ़-सुन ले, पर उस ज्ञान को अपने जीव
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