मन्दिर शब्द का अर्थ
07 Jul 2017, 193
आप हर रोज मन्दिर जाते हो पर आपको पता है की मन्दिर शब्द का अर्थ क्या होता है क्यों मन्दिर की रचना की गई नही तो आओ आज आपको बताता हूँ की मन्दिर का क्या अर्थ होता है।

१- मंदिर शब्द का क्या अर्थ है?
२- इस शब्द की रचना कैसे हुई?
धयान से समझें।
मंदिर शब्द में ‘म न’ और ‘दर’ की संधि है ।
मन + दर
मन अर्थात मन
दर अर्थात द्वार
मन का द्वार
तात्पर्य – जहाँ हम अपने मन का द्वार खोलते हैं, वह स्थान मंदिर है।

म + न
म अर्थात मम = मैं
न अर्थात = नहीं
मैं नहीं
जहाँ मैं नहीं !!
अर्थात् – जिस स्थान पर जाकर हमारा ‘मैं’ यानि अंहकार ‘न’ रहे वह स्थान मंदिर है।
सर्व विदित है कि ईश्वर हमारे मन में ही है,
अत: जहाँ ‘मैं’ न रह कर केवल ईश्वर हो वह
स्थान मंदिर है।

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