*काशी में भरा पानी,छतों और गलियों में हो रहे दाह संस्कार, कांग्रेस का पीएम मोदी पर वार*
28 Aug 2022, 62
*काशी में भरा पानी,छतों और गलियों में हो रहे दाह संस्कार, कांग्रेस का पीएम मोदी पर वार*

वाराणसी।बारिश की वजह से काशी में गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है।हर रोज पानी के रफ्तार में बढ़ोतरी जारी है।अब इसका असर काशी की पॉश कॉलोनियो में देखने को मिल रहा है।सड़कों और गलियों में पानी भर जाने से कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधा है। कांग्रेस ने ट्वीट के जरिए पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए लिखा कि वादा तो था स्मार्ट सिटी का और स्थिति है कि दाह संस्कार तक छत और गलियों में करने पड़ रहे हैं। अपने ही संसदीय क्षेत्र को संभालने में नाकाम हो रहे पीएम मोदी से पूरा देश भला क्या उम्मीद करे।कांग्रेस ने अपने ट्विटर अकाउंट से काशी की एक फोटो भी साझा की है।फोटो में घाट किनारे का नजारा साफ दिखाई दे रहा है।

आपको बता दें कि गंगा का जलस्तर बढ़ने से घाट के सामने लगभग एक दर्जन से अधिक कॉलोनियों के लगभग 100 से अधिक मकान गंगा के पानी से घिरे हुए हैं।बहुमंजिले भवन में रहने वाले इलाके बाढ़ प्रभावित लोग अपने ही मकान में शरण लिए हैं। छत पर शरण लिए लोगों के लिए सुबह की बारिश काल बन गई। हालांकि थोड़ी बारिश होने से ज्यादा दिक्कत नहीं हुई।

*पानी में डूब सकती है नमो घाट पर नमस्कार की मुद्रा वाली आकृति*

वरुणा के तटवर्ती इलाकों को गंगा का पानी तेजी से अपने आगोश में ले रहा है।सीवर पाइप लाइन के जरिए कॉलोनियों और मुहल्लों में पानी चला आ गया है। नमो घाट पर नमस्कार की मुद्रा वाली आकृति को डूबने अब कुछ ही घंटे बाकी हैं। बाकी अन्य पक्के घाटे भी धीरे-धीरे डूबते हुए जा रहे हैं। शीतलाघाट के जरिए पानी सड़क होते हुए सब्जी मंडी तक पहुंच गया है।ग्रामीण इलाकों में रमना, डाफी, चिरईगांव और चौबेपुर आदि इलाकों के दर्जनभर से अधिक गांवों का सम्पर्क आसपास से कट गया है।

*डीएम ने मोटर बोट से जाना शहर का हालात*

डीएम कौशलराज शर्मा ने बाढ़ की विभीषिका को देखते हुए सामनेघाट के इलाकों का हाल जानने के लिए एनडीआरएफ के मोटर बोट से दौरा किया।डीएम ने बाढ़ से प्रभावित लोगों से मिलकर उन्हें मदद का आश्वासन दिया। साथ ही नीचले इलाकों में रह रहे लोगों को बाढ़ राहत शिविर में जाने का अनुरोध किया। रविवार को कई संस्थाएं बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए उतर आई हैं। भाजपा की ओर से लगभग दो दर्जन से अधिक कार्यकर्ता अलग-अलग इलाकों में भ्रमण कर राहत सामाग्री वितरित कर रहे हैं।

*बाढ़ की रफ्तार एक सेमी प्रतिघंटा*

दोपहर 12 बजे तक गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी की रफ्तार एक सेमी प्रतिघंटा की बरकरार थी।गंगा खतरे के निशान से 71.262 मीटर से 55 सेमी से ऊपर बह रही हैं।

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