नक्सली हिंसा सांप्रदायिक बयानों से ज्यादा खतरनाक: जेटली

टोक्यो, 09 मई (धर्म क्रान्ति)। रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने देश के कुछ हिस्सों में नक्सली हिंसा और सरहद पर होने वाली घटनाओं को कुछ लोगों के सांप्रदायिक बयानों से ज्यादा खतरनाक करार दिया है। सोमवार को इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल फाइनेंस में अपने संबोधन के दौरान जेटली ने कहा कि अंतर-सामुदायिक संबंध हमारे लिए गंभीर चिंता का विषय नहीं है। हिंदू-मुस्लिम तनाव का भारत के आर्थिक विकास पर पड़ने वाले असर को लेकर सवाल किए जाने पर जेटली ने कहा, मुझे लगता है कुछ मौकों पर होने वाली बहस आमतौर से शांतिपूर्ण रहती है। एक विशाल लोकतंत्र में दोनों ओर से इस तरह के अतिवादी बयानों का आना बहुत स्वाभाविक है। उन्होंने कहा कि इस तरह के भड़काऊ बयानों के बावजूद दोनों समुदायों में कोई टकराव नहीं है। लेकिन, मध्य भारत और जनजातीय इलाकों में होने वाली हिंसक घटनाएं हमारे लिए चिंता का विषय हैं। यह एक बड़ी चुनौती है।